Jammu-Kashmir Encounter- जम्मू-कश्मीर में भारतीय सेना के अफसर समेत 4 जवान शहीद; डोडा एनकाउंटर में आतंकियों ने जान ली

जम्मू-कश्मीर में भारतीय सेना के अफसर समेत 4 जवान शहीद; डोडा एनकाउंटर में आतंकियों ने जान ली, 10 दिनों में 11 जवानों की शहादत

Jammu-Kashmir Doda Terrorists Encounter Four Army Soldiers Martyred

Jammu-Kashmir Doda Terrorists Encounter Four Army Soldiers Martyred

Jammu-Kashmir Encounter: जम्मू-कश्मीर में डोडा के डेसा जंगल इलाके में आतंकियों के साथ एनकाउंटर के दौरान भारतीय सेना के एक अफसर समेत 4 जवान शहीद हो गए। सेना के जवानों ने आतंकियों को जंगल में घेर रखा था। जहां इस दौरान आतंकियों ने खुद के बचाव के लिए जवानों पर गोलीबारी की और भागने की कोशिश की। खुद को घिरता देख आतंकियों ने जवानों पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं।

इस दौरान हमारे जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की लेकिन इस बीच सेना के कैप्टन रैंक के एक अफसर और पांच जवानों को गोलियां लग गईं। जिसके बाद उन्हें घायल अवस्था में तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां कैप्टन समेत चारों जवानों की जान चली गई। फिलहाल इलाके में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन लगातार जारी है। सेना को जंगल में कई आतंकियों के छिपे होने की जानकारी है। आतंकियों को ड्रोन और हेलीकॉप्टर के जरिए तलाश किया जा रहा है।

सोमवार देर शाम जंगल में सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया

बताया जाता है कि, डोडा के डेसा जंगल इलाके में भारतीय सेना की यूनिट राष्ट्रीय राइफल्स ने जम्मू-कश्मीर पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के साथ सर्च ऑपरेशन शुरू किया था। शाम करीब 7 बजे के आसपास राष्ट्रीय राइफल्स और SOG के जवान जंगल में घुसे और आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन शुरू कर दिया। सेना के पास यहां आतंकियों के छिपे होने की खुफिया जानकारी थी। इधर हमारे जवान जैसे ही आतंकियों के करीब पहुंचे तो खुद को घिरा देख आतंकियों ने जवानों पर गोलीबारी शुरू कर दी।

इसके बाद जवाबी कारवाई में आतंकवादियों ने भागने की कोशिश की। जिसके बाद उनका पीछा किया गया। बताया जाता है कि, इसके बाद दोबारा रात 9 बजे के आसपास जंगल में सेना के जवानों और आतंकियो में मुठभेड़ शुरू हुई। जहां इस दौरान आतंकवादियों ने घात लगाकर हमारे जवानों पर ताबड़तोड़ गोलियां दागीं। जिसमें भारतीय सेना के कैप्टन समेत पांच जवान गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद इलाज के दौरान उनकी जान चली गई।

आतंकी संगठन कश्मीर टाइगर्स ने ली जिम्मेदारी

डोडा एनकाउंटर में सेना के जवानों की जान लेने की जिम्मेदारी आतंकी संगठन कश्मीर टाइगर्स ने ली है। आतंकी संगठन 'कश्मीर टाइगर्स' ने बयान जारी करके कहा है कि भारतीय जवानों ने जब 'मुजाहिद्दीन' का तलाशी अभियान शुरू किया तो फायरिंग की गई। बता दें कि कश्मीर टाइगर्स पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का शैडो ग्रुप है। कश्मीर टाइगर्स का यह ग्रुप कश्मीर रीज़न के साथ-साथ अब जम्मू रीज़न में आतंकियों की मौजूदगी कायम करने में लगा हुआ है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय सेना प्रमुख से बात की

डोडा एनकाउंटर में भारतीय सेना के अफसर समेत 4 जवानों के शहीद होने पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दुख जताया है और उनकी बहादुरी को सलाम किया है। इसके साथ ही रक्षा मंत्री ने भारतीय सेना प्रमुख से बात की है। जिन्होंने उन्हें जम्मू-कश्मीर के डोडा में जमीनी हालात और चल रहे ऑपरेशन के बारे में जानकारी दी।

वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा केंद्रीय मंत्री जीतेंद्र सिंह ने कहा, "मेरे लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में डोडा जिले के डेसा क्षेत्र में सशस्त्र मुठभेड़ की खबरों से बहुत परेशान हूं। हमारे बहादुरों की शहादत पर शोक व्यक्त करने और निंदा करने के लिए शब्द कम हैं। हम सभी मिलकर दुश्मन के नापाक मंसूबों को हराएं और, शांति और सद्भाव बनाए रखें जिसके लिए डोडा हमेशा से जाना जाता है।

10 दिनों में 11 जवानों की शहादत

जम्मू-कश्मीर घाटी में आतंकी लगातार सुरक्षाबलों को निशाना बनाने की कोशिश कर रहे हैं। इसी जुलाई महीने में 10 दिनों के भीतर आतंकियों की गोलीबारी में 11 जवानों की शहादत हो चुकी है। पहले 5 और 6 जुलाई को कुलगाम में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में सेना के 2 जवान शहीद हो गए थे। हालांकि, इस दौरान 6 आतंकियों को भी मर गिराया गया था। जिसके बाद बौखलाए आतंकियों ने 8 जुलाई को कठुआ में सेना के ट्रक पर हमला कर दिया। इस हमले में सेना के 5 जवान शहीद हो गए। इसके बाद अब 15 जुलाई की रात डोडा में आतंकी हमले में सेना के 4 जवानों की जान चली गई।

डोडा में बढ़ीं आतंकी गतिवधियां

जम्मू डिवीजन के डोडा में यह 34 दिन में पांचवां एनकाउंटर है। इससे पहले 9 जुलाई को यहां एनकाउंटर हुआ था। वहीं 26 जून और 11-12 जून को सेना और आतंकियों में मुठभेड़ हुई। दरअसल, 11 जून की रात आतंकियों से जहां एक तरफ जवानों की कठुआ के एक गांव में मुठभेड़ तो दूसरी तरफ इसी रात आतंकियों ने डोडा में सेना की चौकी पर अटैक कर दिया। आतंकियों ने हमला करते हुए गोलीबारी की थी। आतंकियों के इस हमले में पांच से छह जवान घायल हो गए थे। जिसके बाद एनकाउंटर शुरू हो गया था। इसके बाद 12 जून को डोडा के गंडोह में सेना और आतंकियों में मुठभेड़ हुई। वहीं इसके बाद 26 जून को डोडा के गंडोह में ही मुठभेड़ में तीन आतंकियों को मारा गया था।

9 जून को श्रद्धालुओं से भरी एक बस पर हमला

पिछले कुछ दिनों से जम्मू रीजन में आतंकियों की गतिविधियों में बढ़त देखी जा रही है। जम्मू रीजन में लगातार इंटेलीजेंस का फ़ेल्योर सामने आ रहा है। इससे पहले पिछले महीने जम्मू रीजन के रियासी क्षेत्र में आतंकियों ने शिव खोड़ी से कटरा आ रही श्रद्धालुओं से भरी एक बस पर हमला किया था। जिसमें 9 लोगों की मौत हो गई थी। इसके अलावा जम्मू रीजन के कठुआ में आतंकी गतिवधियां बढ़ती दिख रहीं हैं। ऐसा लग रहा है कि, जम्मू संभाग में इस समय आतंकवादियों की भारी मौजूदगी है।